सात वचनों का पालन ही करेगी हमारे भविष्य का निर्धारण तभी तो होगी इस महामारी से निवारण :-
हमें अपने घर के बुजुर्गों का सही रूप से देखभाल करना है(खासतौर से ऐसे ब्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो ज्यादा ध्यान देना है)
दूसरा वचन
LOCK-DOWN और SOCIAL-DISTANCING का पूरी तरह से पालन करें(घर में बने फेस मास्क का उपयोग करें)
तीसरा वचन
खुद की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा दिये गए निर्देशों का पालन करें(गर्म पानी, काढ़ा जैसे पेय का निरंतर सेवन करें)
चौथा वचन
आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करें तथा दूसरों को भी प्रेरित करें ताकि कोरोना संक्रमण का फैलाव रुक सके (सभी साथियों को इस एप को लोड करने के लिए उत्साहित करें)
पांचवा वचन
कोशिश कीजिए कि उस हर जरूरत मंद की देखरेख सही ढंग सेहो सके(गरीबों को भोजन अवश्य मिलता रहे)
छठवाँ वचन
*जिनका खुद का ब्यवसाय और उद्योग हो,वे अपने कर्मचारियों को काम पर से न निकालें।उनके प्रति संवेदना अवश्य रखें)
सातवां वचन
अपने देश के कोरोना योद्धाओं, डॉक्टर, नर्स, पुलिस, सफाई कर्मी, बिजली कर्मी, जल विभाग के कर्मी, खाद्य आपूर्ति, सुरक्षा कर्मी और इस तरह के सभी लोगों का हम सम्मान करें।इनका आदर पूर्वक गौरव करें
आइये हम सब लोग मिलकर संकल्प करके प्रधानमंत्री द्वारा दिये गए सात बातों से निकले सात वचनों को निभाये और अपने देश को बचाएं
आने वाले 19 दिन में इस कोरोना नामक महामारी का अंत करना है तो देश को दिए वचन का पालन भी करना ही होगा
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